धूम मची है बस्ती में बाबा के चेले मस्ती में। बोल रहे सब बम बम बम, कोई हरिद्वार कोई रस्ते मे।धूम मची है बस्ती में बाबा के चेले मस्ती में।धूम मची है बस्ती में बाबा के चेले मस्ती में।
बोल बम बोल बम बोल बम बम, मिटे क्लेश तेरे मिट जाए गम। बोल बम बोल बम बोल बम बम,उठा ले तूं कावड़ खींच के चिलम।बोल बम बोल बम बोल बम बम, मिटे क्लेश तेरे मिट जाए गम। बोल बम बोल बम बोल बम बम,उठा ले तूं कावड़ खींच के चिलम।
वह सब के संकट हर लेता, वह खाली झोली भर देता। तू टेक ले माथा उसके दर,वो नैया पार है कर देता।अहम को अपने छोड़ कर बंदे आ भक्तों की बस्ती में।धूम मची है बस्ती में बाबा के चेले मस्ती में।धूम मची है बस्ती में बाबा के चेले मस्ती में।बोल रहे सब बम बम बम, कोई हरिद्वार कोई रस्ते मे।बोल बम बोल बम बोल बम बम, मिटे क्लेश तेरे मिट जाए गम। बोल बम बोल बम बोल बम बम,उठा ले तूं कावड़ खींच के चिलम।
वही विनाशक सर्जन करता, कण कण बाबा धारण करता। जगत की खातिर विष को पिए हैं भक्तों की चिंता हर लेता।शिव में मिला दे अपने को होजा शामिल उस हस्ती में।धूम मची है बस्ती में बाबा के चेले मस्ती में।धूम मची है बस्ती में बाबा के चेले मस्ती में।बोल रहे सब बम बम बम, कोई हरिद्वार कोई रस्ते मे।बोल बम बोल बम बोल बम बम, मिटे क्लेश तेरे मिट जाए गम। बोल बम बोल बम बोल बम बम,उठा ले तूं कावड़ खींच के चिलम।