तर्ज : भोली सी सूरत
प्यारी सी सूरत, नैन नशीले, चितवन मन को भाए, आय हाय ,अधरों पर मुस्कान है कातिल, दिल घायल कर जाए, आय हाय, देख तेरा श्रृंगार साँवरे, मदहोशी छा जाए।जग में सबसे सुंदर है तू, कैसे तुझे बताएं ॥
चुन चुन कर कलियाँ उपवन से ग़ज़रे तेरे बनाएं रंग बिरंगे बागा में गोटा मलमल लगवाएं। केसर चन्दन तिलक लगाकर इत्तर खूब चढ़ाएं। मीठे मीठे भजन सुनकर तुझको श्याम रिझाएं ॥
सन सन बहती मस्त हवाएं कानो में कह जाए। खाटुवाला हमें बुलाए मन में उमंग जगाए। ढोलक ढप और चंग बजे जब फागण के दिन आये। रींगस से खाटू तक देखो श्याम ध्वजा लहराएं।
प्रेम का भूखा सांवरिया प्रेमी को गले लगाये। मस्त रहे मस्ती में उन संग प्रेम ही प्रेम लुटाये। श्याम मिलन की आस में अब एक पल भी रहा ना जाए। दिल चाहे मेरे श्याम किशन अब सामने तू आ जाए।
प्यारी सी सूरत, नैन नशीले, चितवन मन को भाए, आय हाय ,अधरों पर मुस्कान है कातिल, दिल घायल कर जाए, आय हाय, देख तेरा श्रृंगार साँवरे, मदहोशी छा जाए।जग में सबसे सुंदर है तू, कैसे तुझे बताएं ॥