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श्याम भजन लिरिक्स

Mehar kar shyam dhani,महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी,shyam bhajan

महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।

महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी। श्याम धनी रे म्हारो श्याम धनी। थारी महिमा गास्यां जी मेहर कर श्याम धनी।महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।

जद सु थारी मुरत निरखी मनड़ो धीर गंवायो।बावल बेला करतो डोले म्हाने ना समझायो।काई रोग लगायो जी,मेहर कर श्याम धनी।महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।

बुला बुला कर हार गयो पर तेरी नींद ना टूटे टाबर तेरा बिलख रहा पर तू तेरी मस्ती लूटे।कार्द्यो मन चाहया जी,मेहर कर श्याम धनी।महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।

जांचन में तूं कसर न छोड़े चंदा प्रीत निभाती।कठिन परीक्षा अब ना लीजो साची बात बता दी। ईसा भगत ना पाओ जी,मेहर कर श्याम धनी।महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।

श्याम भवन है बाग आपको नींडा रहवे गिरधारी। निज हाथों से सींचे कन्हैया बच्चा की फुलवारी।भगवान रिझावे जी मुल्कों म्हारा श्याम धनी।महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।

महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी। श्याम धनी रे म्हारो श्याम धनी। थारी महिमा गास्यां जी मेहर कर श्याम धनी।महे भी खाटू जासयां जी मेहर कर श्याम धनी।

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