नैन बिछाए बैठी है मीरा कब आयेंगे मेरे घर श्याम।भूख प्यास सब छूट गई,ना जाने मुझसे सब रूठ गई।रातों को चैन नहीं ना दिन को आराम।कब आयेंगे मेरे घर श्याम।कब आयेंगे मेरे घर श्याम।
कौन वन में गए मोरा पिया।उनके बिना ना लागे मोरा जिया।कौन वन में गए मोरा पिया।उनके बिना ना लागे मोरा जिया। सपनों में रोज मुझसे वादा यह करते। सुबह जगे बस आहें भरते। लगता है मुझ पर लगा कोई निशान।कब आयेंगे मेरे घर श्याम।कब आयेंगे मेरे घर श्याम।
उनके ही प्रीत में रंगी चुनरिया। जीवन भर साथ रहेंगे सांवरिया।उनके ही प्रीत में रंगी चुनरिया। जीवन भर साथ रहेंगे सांवरिया। इतना बता दे अब कैसे जियूं। घुट घुट कर ये आंसू रोज पीऊं। देख ऐसे ना अब कर बदनाम।कब आयेंगे मेरे घर श्याम।कब आयेंगे मेरे घर श्याम।