तर्ज,बाबुल प्यारे
ठाकुर प्यारे, सुन ले सांसो की तड़पन, निस दिन तुझे पुकारे मन,तेरे चरणों में जीवन,श्याम श्याम,ठाकुर प्यारे।
में थी अभागन बनी बड़भागन दर पर आकर तेरे। सब ने रुलाया तुमने ही बाबा पूंछे आंसू मेरे।में थी अभागन बनी बड़भागन दर पर आकर तेरे। सब ने रुलाया तुमने ही बाबा पूंछे आंसू मेरे। तेरी लाडो करे अरदास मांगे जन्म-जन्म का साथ। अब तो थाम ले तू आकर हाथ।श्याम श्याम,ठाकुर प्यारे।सुन ले सांसो की तड़पन, निस दिन तुझे पुकारे मन,तेरे चरणों में जीवन,
मैं तेरी लाडली बिटिया हूं बाबा आकर मेरा लाड लडाओ।रोज बाबुल तेरे घर में आती मेरे भी घर कभी आओ। यह है बिटिया का अधिकार आकर मिल जाओ एक बार, मेरे सांवरिया सरकार। हो श्याम श्याम,ठाकुर प्यारे।सुन ले सांसो की तड़पन, निस दिन तुझे पुकारे मन,तेरे चरणों में जीवन,
जनक ने जैसे प्यार दिया है अपनी ही जानकी को। तुम भी वैसे अपना बनाओ अपनी कपिल लाडली को।जनक ने जैसे प्यार दिया है अपनी ही जानकी को। तुम भी वैसे अपना बनाओ अपनी कपिल लाडली को। मैं तो डूबी आंहों में बेटी भटके राहों मे।अब तो दे दे तूं अपना साथ।हो श्याम श्याम,ठाकुर प्यारे।सुन ले सांसो की तड़पन, निस दिन तुझे पुकारे मन,तेरे चरणों में जीवन,
ओके लिले पर सवार आजा श्याम प्यारे, अपनी लाडो की पुकार सुन ले श्याम प्यारे।