अरे ओ श्याम की मुरली हमें यूं ना सताया कर। सुनाकर गीत बिरहा के हमें यूं ना रुलाया कर।अरे ओ श्याम की मुरली हमें यूं ना सताया कर। सुनाकर गीत बिरहा के हमें यूं ना रुलाया कर।
तेरी तकदीर अच्छी है जो रहती पास मोहन के।तेरी तकदीर अच्छी है जो रहती पास मोहन के। कभी हम को मिलाने की सिफारिश तो लगाया कर।अरे ओ श्याम की मुरली हमें यूं ना सताया कर। सुनाकर गीत बिरहा के हमें यूं ना रुलाया कर।
जिगर तेरा है जो छलनी तो मेरा रोम रोम जख्मी।जिगर तेरा है जो छलनी तो मेरा रोम रोम जख्मी। तू अपनी तीखी तानों से न जख्मों को जलाया कर।अरे ओ श्याम की मुरली हमें यूं ना सताया कर। सुनाकर गीत बिरहा के हमें यूं ना रुलाया कर।
कृष्ण कर कमलों से अपने दबाते हैं चरण तेरे।कृष्ण कर कमलों से अपने दबाते हैं चरण तेरे। ना इतनी सेवा तू सजनी मेरे प्रभु से कराया कर।अरे ओ श्याम की मुरली हमें यूं ना सताया कर। सुनाकर गीत बिरहा के हमें यूं ना रुलाया कर।
हमेशा प्रेम का गाना सुनाया कर रे मुरली।हमेशा प्रेम का गाना सुनाया कर रे मुरली। ना बीर्था प्रेम के आंसू बहाया कर अरे मुरली।अरे ओ श्याम की मुरली हमें यूं ना सताया कर। सुनाकर गीत बिरहा के हमें यूं ना रुलाया कर।