धोळा – धोळा नेजा धणी रे, चाहूं तो खरी ओ बापजी,चाहूं तो खरी,दुर्बलियो देखे ने, दर्शण देवजो हरी,द्वारिकापुरी सूं बाबो आया तो खरी।
प्रहलादे री बेल सांवरो,आया तो खरी ओ बापजी,आया तो खरी।तपियोड़ा थम्बा सुं,
बाथों वे तो रे भरी।द्वारिकापुरी सूं बाबो आया तो खरी।
सिरियादे री बेल सांवरो,आया तो खरी ओ बापजी, बचिया तारिया हरी।आया तो खरी । बळतोड़े नीवां में,द्वारिकापुरी सूं बाबो आया तो खरी।
मीरां रे मेड़तणी रे बेल आया तो खरीओ बापजी, आया तो खरी ।विष रा प्याला,
इमरत कीना रे हरी, ओजी ॥ द्वारकापुरी सूं बाबो आया तो खरी।
नरसी भगत रे बेल सांवरो, आया तो खरी ओ बापजी,आया तो खरी।
नैनी बाई रे मायरा, में पोटली धरी,
द्वारिकापुरी सूं बाबो आया तो खरी।
भीनमाल रे गुन्दरे में,
आवो तो खरी ओ बापजी, देखो तो खरी, द्वारिकापुरी सूं बाबो आया तो खरी।