मेरो राधा रमण गिरधारी समाय रहयो नैनन में।नैनन में सखी नैनन में। रूप रस की भरी है पिटारी,समाय रहयो नैनन में।मेरो राधा रमण गिरधारी समाय रहयो नैनन में।
नैनन से मेरे नैना मिलाइके। मीठो मीठो वह बतलाई की। मारी नैनन की तिरछी कटारी, समाय रहयो नैनन में।मेरो राधा रमण गिरधारी समाय रहयो नैनन में।
प्यारी को ये प्यारो ठाकुर, प्यारी से मिलने को आतुर। करें मन में रमण बिहारी, समाय रहयो नैनन में।मेरो राधा रमण गिरधारी समाय रहयो नैनन में। कांटे चक्कर ऊंची अटारी, समाय रहयो नैनन में।मेरो राधा रमण गिरधारी समाय रहयो नैनन में।
गोपाली पागल यह रसिया, बरसाने वाली मन बसिया। टेढ़ी चाल चले मतवाली,समाय रहयो नैनन में।मेरो राधा रमण गिरधारी समाय रहयो नैनन में।
मेरो राधा रमण गिरधारी समाय रहयो नैनन में।नैनन में सखी नैनन में। रूप रस की भरी है पिटारी,समाय रहयो नैनन में।मेरो राधा रमण गिरधारी समाय रहयो नैनन में।