कैसे जीतें हैं भला लोग हरी नाम बिना
उनका जीना नहीं,
जीना है प्रभु नाम बिना।
एक यही नाम तुम्हें पार करेगा भव से ,
पार हो सकते नहीं इसके सहारे के बिना ।कैसे जीतें हैं भला लोग हरी नाम बिना
उनका जीना नहीं,
जीना है प्रभु नाम बिना।
जिन्दगी चार दिनों की है गुजर जायेगी
जाना ही होगा अकेले तुम्हे अपनों के बिना ।कैसे जीतें हैं भला लोग हरी नाम बिना
उनका जीना नहीं,
जीना है प्रभु नाम बिना।
वक्त ठहरा ही नहीं और ना ठहरेगा कभी
हो गयी देर तो पछताओगे सतसंग के बिना।कैसे जीतें हैं भला लोग हरी नाम बिना
उनका जीना नहीं,
जीना है प्रभु नाम बिना।
“रामा”कहता है लगन हरी से लगा कर देखो
आयेगा खुद ही जहां में तुम्हे जीने का मज़ा।कैसे जीतें हैं भला लोग हरी नाम बिना
उनका जीना नहीं,
जीना है प्रभु नाम बिना।