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श्याम भजन लिरिक्स

Jo me hota sawre mor tere khatu ka,जो मैं होता सांवरे मोर तेरे खाटू का,shyam bhajan

जो मैं होता सांवरे मोर तेरे खाटू का।

जो मैं होता सांवरे मोर तेरे खाटू का। जो मैं होता सांवरे मोर तेरे खाटू का। तुझे नाच के दिखा ता। तेरे मुकुट मै सज जाता। तुझे झूम झूम भजन सुनाता। जो मैं होता सांवरे मोर तेरे खाटू का।जो मैं होता सांवरे मोर तेरे खाटू का।

जो में होता सांवरे लीला तेरे खाटू का।जो में होता सांवरे लीला तेरे खाटू का। तुझे पीठ पे बिठाता। अपना शहर तुझे दिखाता। तुझे अपने में घर ले जाता,ले जाता। जो में होता सांवरे लीला तेरे खाटू का।जो में होता सांवरे लीला तेरे खाटू का।

जो मैं होती सांवरे मोर छड़ी खाटू की। जो मैं होती सांवरे मोर छड़ी खाटू की। तेरे हाथों में आ जाती, तेरे मंड में रह जाती। भक्तों का बेड़ा पार लगाती, लगाती जो मैं होती सांवरे मोर छड़ी खाटू की।जो मैं होती सांवरे मोर छड़ी खाटू की।

जो मैं होता सांवरे इत्र तेरे खाटू का। जो मैं होता सांवरे इत्र तेरे खाटू का। तेरी माला पे हिल जाता। तेरी ठोड़ी पर लग जाता। या मैं भक्तों के साथ चला जाता ,जाता। जो मैं होता सांवरे इत्र तेरे खाटू का।जो मैं होता सांवरे इत्र तेरे खाटू का।

जो मैं होती सांवरे चिट्ठी तेरे खाटू की। जो मैं होती सांवरे चिट्ठी तेरे खाटू की। सबके घर में में चल जाती सबको तेरी याद दिलाती। सबको तेरा संदेशा पहुंचाती पहुंचाती।जो मैं होती सांवरे चिट्ठी तेरे खाटू की।जो मैं होती सांवरे चिट्ठी तेरे खाटू की।

जो मैं होता सावरे फूल तेरे खाटू का।जो मैं होता सावरे फूल तेरे खाटू का।तेरी बगिया में लग जाता।तुझको सुंदर श्याम सजाता।तेरे चरणों में बिछ जाता,बिछ जाता।जो मैं होता सावरे फूल तेरे खाटू का।जो मैं होता सावरे फूल तेरे खाटू का।

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