काना थाने पूछे माता थारी, क्यों खायो माखन मुरारी। मैया मैं माखन नहीं खायो, मारो झूठों नाम लगायो।काना थाने पूछे माता थारी, क्यों खायो माखन मुरारी। मैया मैं माखन नहीं खायो, मारो झूठों नाम लगायो।
मैया भोर भयो जब उठयो, उठो ने गाय चराई। मैया दिन भर गाय चराई पाछे आयो लारे गाई।काना थाने पूछे माता थारी, क्यों खायो माखन मुरारी। मैया मैं माखन नहीं खायो, मारो झूठों नाम लगायो।
मैया मैं बालक हूं छोटो कईया पहुंचयो छिका ताई।मैया ये ग्वाल्यां कुबद कमाई, ढोली छाछ म्हारे माहीं।काना थाने पूछे माता थारी, क्यों खायो माखन मुरारी। मैया मैं माखन नहीं खायो, मारो झूठों नाम लगायो।
मैया दे दे काली कमलिया मैं डर जाऊंगा माई। थे समझो परायो जायो मैं नगर छोड़ सुधारी। काना थाने पूछे माता थारी, क्यों खायो माखन मुरारी। मैया मैं माखन नहीं खायो, मारो झूठों नाम लगायो।
मैं बहुत सुनी मातारी नैना में निर्भर आयो। यो तो सुर और प्रेम रो झगड़ो, यशोदा कंठ लगायो।काना थाने पूछे माता थारी, क्यों खायो माखन मुरारी। मैया मैं माखन नहीं खायो, मारो झूठों नाम लगायो।