अबको जनम तेरो आगलो जनम दोनूं जनम सुधरतो। जे तू राम नाम चित्त धरतो, जे तू कृष्ण नाम चित्त धरतो।अबको जनम तेरो आगलो जनम दोन्यु जन्म सुधरतो,
होता नफ़ा साधू की संगत मूल गाँठ नहीं टरतो ,
तंदुल घीरत शिवाय श्याम के ,संत परोसो करतो।अबको जनम तेरो आगलो जनम दोनूं जनम सुधरतो। जे तू राम नाम चित्त धरतो, जे तू कृष्ण नाम चित्त धरतो।अबको जनम तेरो आगलो जनम दोन्यु जन्म सुधरतो,
भव की त्रास सभी मिट ज्याति,
संत नाम तेरो पढतो,
“सुर श्याम” बैकुंठ धाम में कोउ न हाथ पकडतो।अबको जनम तेरो आगलो जनम दोनूं जनम सुधरतो। जे तू राम नाम चित्त धरतो, जे तू कृष्ण नाम चित्त धरतो।अबको जनम तेरो आगलो जनम दोन्यु जन्म सुधरतो,