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विविध भजन

Uth mere manwa ram sumar le bityo jaay jamaro re,उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे

उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे

उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे
दरगाह मालो काम कठिन है क दिन देसी टालो रे।उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे
दरगाह मालो काम कठिन है क दिन देसी टालो रे।



काया सोड पुराणी होगी आग्यो कठिन सियालो रे
राम नाम की रुई भराल्यो कदे न लाग पालो रे।उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे
दरगाह मालो काम कठिन है क दिन देसी टालो रे।

कदि न आयो सतसंगत म कदि न हरी गुण गायो रे
राम नाम तन खारो घणो लागे चाल्यो भोत अल्वाड़ो रे।उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे
दरगाह मालो काम कठिन है क दिन देसी टालो रे।



ना कोई सेवा ना कोई पूजा ना रे ज्ञान गुरु वालो रे
जम का दूत पकड़ ले ज्यासी क्याको लेसी सारो रे।उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे
दरगाह मालो काम कठिन है क दिन देसी टालो रे।



सत की सोड जुगत से ओढो निर्भय पाँव पसारो रे
जम का दूत परे हट ज्यासी सीधा सुरग सिधारो रे।उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे
दरगाह मालो काम कठिन है क दिन देसी टालो रे।



लाल दास गुरु पूरा मिलग्या कियो घट म उजियारो रे
चन्दरो भारठ शरण गुरां की मिलग्यो देव ध्वजारो रे।उठ मेरे मनवा राम सुमर ले बित्यो जाय जमारों रे
दरगाह मालो काम कठिन है क दिन देसी टालो रे।

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