आ गिरधारी रे सांवरा आ बनवारी रे
नरसिलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे।आ गिरधारी रे सांवरा आ बनवारी रे
नरसिलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे।
आ समय भात की आयी पर तू ना सूरत दिखाई
अब तो होव लोग हंसाई अब तो आ गिरधारी रे।आ गिरधारी रे सांवरा आ बनवारी रे
नरसिलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे।
म तेरे भरोसे आयो सागे भी कछुयन ल्यायो
में आकर के सरमायो अब तो आ गिरधारी रे।आ गिरधारी रे सांवरा आ बनवारी रे
नरसिलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे।
के तन नींद सतायो क सतभामा बिल्मायो
क भगत कोई अटकायो अब तो आ गिरधारी रे।आ गिरधारी रे सांवरा आ बनवारी रे
नरसिलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे।
थे भात भरण ना आस्यो आ नानी तो मरज्यासी
या थारो बिड्द लजासी अब तो आ गिरधारी रे।आ गिरधारी रे सांवरा आ बनवारी रे
नरसिलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे।
जब देवकीनंदन आया कंचन का मेह बरसाया
“गौपाल विमल” जस गाया अब तो आ गिरधारी रे।आ गिरधारी रे सांवरा आ बनवारी रे
नरसिलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे।