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विविध भजन

Nari lichhmi ghar ki by vidhi deshwal,हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से

हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।

हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।दिल में कदर जरूरी से।दिल में कदर जरूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।

कितने चीन ले महल अटारी।नर बनता ना यूं घर बारी।कितने चीन ले महल अटारी।नर बनता ना यूं घर बारी।हो बिन नारी हर नर की रहती भ्रष्ट अधूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।

कद बेटी कद बहन बने से। मां बन के औलाद जने से।कद बेटी कद बहन बने से। मां बन के औलाद जने से।या घर ममता प्रेम जबर की,में कहद्यूं कस्तूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।

खुद का कुछ भी हाल रहे ना। फिर भी सबका ख्याल रहे ना।खुद का कुछ भी हाल रहे ना। फिर भी सबका ख्याल रहे ना।हो कर मेहनत जिंदगी भर की लेती ना मजदूरी से। हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।

ध्यान लगावां सरस्वती में। राम धुन भर ले ज्ञानवती में।ध्यान लगावां सरस्वती में। राम धुन भर ले ज्ञानवती में।छोटे से गांव कब्सर की आज सारे मशहूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।

हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।दिल में कदर जरूरी से।दिल में कदर जरूरी से।हो से नारी लक्ष्मी घर की दिल में कदर जरूरी से।

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