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विविध भजन

Aaya Aisa budhapa o mere sawariya,आया ऐसा बुढ़ापा ओ मेरे सांवरिया,

आया ऐसा बुढ़ापा ओ मेरे सांवरिया।

आया ऐसा बुढ़ापा ओ मेरे सांवरिया।आया ऐसा बुढ़ापा ओ मेरे सांवरिया।



आंखों से हम अंधे हो गए,
मुख में रहे ना दांत, ओ मेरे सांवरिया।
आया ऐसा बुढ़ापा, ओ मेरे सांवरिया।



कानो से हम बहरे हो गए,
मेरे घुटुअन आ गई बाय, ओ मेरे सांवरिया,
आया ऐसा बुढ़ापा, ओ मेरे सांवरिय।



कमा कमा मैंने माया जोड़ी,
मेरे कोढी रही ना पास, ओ मेरे सांवरिया,
आया ऐसा बुढ़ापा, ओ मेरे सांवरिया।



महल दुमाला मैंने बहुत बनाए,
मेरी द्वारे पे पटकी खाट, ओ मेरे सांवरिया।
आया ऐसा बुढ़ापा, ओ मेरे सांवरिया।



बहु मेरी भोजन बनाती,
उसके माथे में सरवट चार , ओ मेरे सांवरिया।
आया ऐसा बुढ़ापा, ओ मेरे सांवरिया।



बाहर से मेरा बेटा आया,
माता कैसे पड़ी हो उदास, ओ मेरे सांवरिया,
आया ऐसा बुढ़ापा, ओ मेरे सांवरिया।



बेटा रे बहू को समझाय लें,
मेरी रोटी का कोई ना ख्याल, ओ मेरे सांवरिया।
आया ऐसा बुढ़ापा, ओ मेरे सांवरिया।



जैसा मिल जाय वैसा ही खा लें,
मैया अपनों बखत गुजार, ओ मेरे सांवरिया।
आया ऐसा बुढ़ापा, ओ मेरे सांवरिया।

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