हिन्दो घलई दूँ सत्संग बाग में,
ओ गुरूजी,
झूल झूल सुरता नार,
ओ सतगुरु जी मारा,
हिंड हिंड सुरता नार।।
काया नगर माई,
आमली ओ गुरूजी,
छाई छाई गेर गुमेर,
ओ सतगुरु जी मारा,
हिन्दो घलई दू सत्संग बाग में,
ओ गुरूजी,
झूल झूल सुरता नार,
ओ सतगुरु जी मारा,
हिंड हिंड सुरता नार।।
अगड़ी चन्दन रो,
पालणो ओ गुरु जी,
अरे गाली गाली रेशम डोर,
ओ सतगुरु जी मारा,
हिन्दो घलई दू सत्संग बाग में,
ओ गुरूजी,
झूल झूल सुरता नार,
ओ सतगुरु जी मारा,
हिंड हिंड सुरता नार।।
ओ साथ सहेल्यां रो,
झुलणो ओ गुरूजी,
गावे गावे मंगला चार,
ओ गुरु जी मारा,
गावे गावे मंगला चार
हिन्दो घलई दू सत्संग बाग में,
ओ गुरूजी,
झूल झूल सुरता नार,
ओ सतगुरु जी मारा,
हिंड हिंड सुरता नार।।
नाथ गुलाब री,
विनती ओ गुरु जी,
अरे गावे ओ भवानी नाथ,
ओ सतगुरु जी मारा,
हिन्दो घलई दू सत्संग बाग में,
ओ गुरूजी,
झूल झूल सुरता नार,
ओ सतगुरु जी मारा,
हिंड हिंड सुरता नार।।