गिरधर जब अपनों करी जाने। गिरधर जब अपनों करी जाने।गिरधर जब अपनों करी जाने।
ताको मन भक्तन की सेवा।भक्त चरण रज सदा लुभाने।ताको मन भक्तन की सेवा।भक्त चरण रज सदा लुभाने।गिरधर जब अपनों करी जाने।गिरधर जब अपनों करी जाने।
भक्तन में मति भक्तन में गति। हरिजन संघ हरी उर आने।भक्तन में मति भक्तन में गति। हरिजन संघ हरी उर आने। कृष्ण दास मन बच कर्म कारी।हरी जन संगे हरी उर आने।गिरधर जब अपनों करी जाने।गिरधर जब अपनों करी जाने।गिरधर जब अपनों करी जाने।गिरधर जब अपनों करी जाने।