राम नाम के हीरे मोती कृष्ण नाम की माला रे भाई कृष्ण नाम की माला रे। बैकुंठा रा टिकट कटा दो अब म्हाने नहीं रहना रे।
बेटा महासे मुख नही बोले,बहुआ कड़वी बात करे।मारिया पाच्छे अर्थी उठाए, महे देखन नही आवा रे।राम नाम के हीरे मोती कृष्ण नाम की माला रे भाई कृष्ण नाम की माला रे। बैकुंठा रा टिकट कटा दो अब म्हाने नहीं रहना रे।
बहुआ म्हासे मुख नही बोले रोटी ने तरसावे है। मरिया पाच्छे ब्राह्मण जिमावे,महे देखन नही आवा रे।राम नाम के हीरे मोती कृष्ण नाम की माला रे भाई कृष्ण नाम की माला रे। बैकुंठा रा टिकट कटा दो अब म्हाने नहीं रहना रे।
पोता में तो जीव है म्हारो बहुआ दूर ले जावे है।भई बहुआ दूर ले जावे है। मरिया पाच्छे बाल दिरावे,महे देखन नही आवा रे।राम नाम के हीरे मोती कृष्ण नाम की माला रे भाई कृष्ण नाम की माला रे। बैकुंठा रा टिकट कटा दो अब म्हाने नहीं रहना रे।
बेटी तो परदेश बसे है कुंन ने दुखड़ा सुनाऊं रे। मरिया पाच्छे बिलखती आवे,महे देखन नही आवा रे।राम नाम के हीरे मोती कृष्ण नाम की माला रे भाई कृष्ण नाम की माला रे। बैकुंठा रा टिकट कटा दो अब म्हाने नहीं रहना रे।
पति तो म्हारो मुख नही बोले रोज की रॉड मचावे रे। भई रोज की रॉड मचावे रे। मरिया पाच्छे मांग भरावे,महे देखन नही आवा रे।राम नाम के हीरे मोती कृष्ण नाम की माला रे भाई कृष्ण नाम की माला रे। बैकुंठा रा टिकट कटा दो अब म्हाने नहीं रहना रे।
आस पड़ोसी मुख नही बोले,म्हारे मन में आवे जी। मरिया पाच्छे देखन आवे,महे देखन नही आवा रे।राम नाम के हीरे मोती कृष्ण नाम की माला रे भाई कृष्ण नाम की माला रे। बैकुंठा रा टिकट कटा दो अब म्हाने नहीं रहना रे।