तर्ज,कन्हैया ले चल परली पार
मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन। मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन। चैत्र नवरात्रि आ गए मैया के, कटता दिन नही रैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।
तेरे नाम की महिमा भारी, जपती है यह दुनिया सारी। तेरे मिलन का दर्द मैया जी अब होता नहीं है सहन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।चैत्र नवरात्रि आ गए मैया के, कटता दिन नही रैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।
तुम ही दयालु जग की माता। बंधु सखा तुम्हीं हो भ्राता।तार दीया ध्यानू सा भगत मां, तेरी ममता का क्या कहना।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन। मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन। चैत्र नवरात्रि आ गए मैया के, कटता दिन नही रैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।
मैंने भी एक आस लगाई। ह्रदय में तेरी ज्योति जगाई। मेरे सिर पर हाथ धरो मां अब कोई नहीं कुछ कहन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन। मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन। चैत्र नवरात्रि आ गए मैया के, कटता दिन नही रैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।मैया जी तेरे भक्त बड़े बेचैन।