तेरा पल पल करूं इंतजार तू मेरे घर आजा मां।
हरे हरे गोबर आंगन लिपाया, मोतियन से मां चौक बनाया। फूलों से सजाया दरबार तू मेरे घर आ जा मां।तेरा पल पल करूं इंतजार तू मेरे घर आजा मां।
सिर पर मां के मुकुट विराजे, और माथे पे टीका साजे ।बिंदिया से करूं सिंगार तू मेरे घर आ जा मां।तेरा पल पल करूं इंतजार तू मेरे घर आजा मां।
कानों में मां कुंडल साजे, फूल माला से करूं सिंगार तू मेरे घर आ जा मां।तेरा पल पल करूं इंतजार तू मेरे घर आजा मां।
हाथों में मां के कंगन साजें, चूड़ी मां की खनखन बाजे। मेहंदी से करूं सिंगार तू मेरे घर आजा मां तू ।तेरा पल पल करूं इंतजार तू मेरे घर आजा मां।
पैरों में मां पायल बाजे, बिछुवे मां के छन छन बाजे। महावर से करूं सिंगार,, तू मेरे घर आ जा मा।तेरा पल पल करूं इंतजार तू मेरे घर आजा मां।
जयपुर से लहंगा मंगवाया, प्रेमभाव से मां को पहनाया। मैं तो चुनरी उड़ाऊं लाल, तू मेरे घर आजा मां।तेरा पल पल करूं इंतजार तू मेरे घर आजा मां।