मोर छड़ी की महिमा भारी सारी दुनिया कहती है।श्याम सांवरे के संग में ये मोर छड़ी रहती है।
कीर्तन में घूमे मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।सांवरिया सरकार की,मेरे बाबा लखदातार की।कीर्तन में घूमे मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।
जब जब भी कीर्तन में बाबा लीले चढ़कर आवे।अपने भक्तों के ऊपर बाबा मोर छड़ी लहरावे।जादूगरी ये मोर छड़ी कीर्तन में जो लहराए।
कीर्तन में घूमे मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।सांवरिया सरकार की,मेरे बाबा लखदातार की।कीर्तन में घूमे मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।
बाबा की इस मोर छड़ी में भरी है अद्भुत शक्ति।इसके झाड़े से मिल जाते हर कष्टों से मुक्ति।कामनगारी ये मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।
कीर्तन में घूमे मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।सांवरिया सरकार की,मेरे बाबा लखदातार की।कीर्तन में घूमे मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।
श्याम बहादुर जी ने मोर छड़ी की महिमा जानी।इसके झाड़े से खुल जाए स्मिति गाए कहानी।पंकज पूजता है मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।
कीर्तन में घूमे मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।सांवरिया सरकार की,मेरे बाबा लखदातार की।कीर्तन में घूमे मोर छड़ी मेरे सांवरिया सरकार की।