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विविध भजन

Mhari paach bahua Raji mhari Surat ram se lagi,म्हारी पांचों ही बहुआ राजी म्हारी सूरत राम से लागी

म्हारी पांचों ही बहुआ राजी, म्हारी सूरत राम से लागी।

म्हारी पांचों ही बहुआ राजी, म्हारी सूरत राम से लागी।म्हारी सूरत राम से लागी, मारो मन भक्ति में लागो।

पहली बहू से रोटी मांगी, रोटी तो बालक खागो। रोटी कोनी म्हारा माजी, म्हारी सूरत राम से लागी।म्हारी पांचों ही बहुआ राजी, म्हारी सूरत राम से लागी।

दूजी बहू से पानी मांयो, पाणी तो बालक पी गयो।जल कोनी म्हारा माजी, म्हारी सूरत राम से लागी।म्हारी पांचों ही बहुआ राजी, म्हारी सूरत राम से लागी

तीजी बहु से माचो मांगियों, माचा पर बालक सोगया। धरती पर सोजा म्हारा माजी,म्हारी सूरत राम से लागी।म्हारी पांचों ही बहुआ राजी, म्हारी सूरत राम से लागी

चोथी बहु से बिस्तर मांग्यो बिस्तर पर बालक सो गयो।दरी पर सोजा म्हारी माजी।म्हारी सूरत राम से लागी।म्हारी पांचों ही बहुआ राजी, म्हारी सूरत राम से लागी।

पांचवी बहू से रुपया मांगीया। रुपया तो बालक ले गया। खुला कोनी म्हारा माजी, म्हारी सूरत राम से लागी।म्हारी पांचों ही बहुआ राजी, म्हारी सूरत राम से लागी।

पालकी राम जी के घर से आई, बैठने चाली मारी मांजी।म्हारी पांचों ही बहुआ राजी, म्हारी सूरत राम से लागी।

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