तर्ज: मोरीया आछो बोल्यो)
कान्हा आज में लाऊँ थारो पालनो,पालनो,पालनो।
ओ लाला आज सुलाॐ तन पालणो ओ लाला मीठी सी लोरी गाय सुलाऊँ रे।
ओ लाला म्हांरो तूं बस बढ़ाईयो,बढ़ाईयो,बढ़ाईयो।
ओ लाला दादी जी के पोतो आयो आज
लाडला आज झुलाऊँ तन पालणो ।
कान्हा आज में लाऊँ थारो पालनो,पालनो,पालनो।
ओ लाला आज सुलाॐ तन पालणो ओ लाला मीठी सी लोरी गाय सुलाऊँ रे।
ओ लाला दादी जी, सोहन थाल बजाईया,बजाईया,बजाईया।
थारा भूवाजी साखिया पूराया ,
लाडला आज झुलाऊँ तन पालणो ।।
कान्हा आज में लाऊँ थारो पालनो,पालनो,पालनो।
ओ लाला आज सुलाॐ तन पालणो ओ लाला मीठी सी लोरी गाय सुलाऊँ रे।
ओ लाला बाईसा हरख मनाय रहया,
ओ लाला बाबोजी रुपीया बांट आज लाडला आज झूलाऊँ तन पालणो।
कान्हा आज में लाऊँ थारो पालनो,पालनो,पालनो।
ओ लाला आज सुलाॐ तन पालणो ओ लाला मीठी सी लोरी गाय सुलाऊँ रे।
लाला नाना नानीजी घणा हर्षाईया।हर्षाईया,हर्षाईया।
ओ लाला चार कारण म्हें आया आज
ओ लाडला, आज झूलाऊँ तन पालणो ।
कान्हा आज में लाऊँ थारो पालनो,पालनो,पालनो।
ओ लाला आज सुलाॐ तन पालणो ओ लाला मीठी सी लोरी गाय सुलाऊँ रे।