तर्ज सावन का महीना
आरे मुन्ना लाडला, दादाजी करे कोड।दादीजी ने घनों सुहावे राखे हिवडे री ओट।
पहले महीने आश लगाई, सात महीने साद पूराई । नवे महीने आया मेरे घर बंद किशोर। दादीजी ने घनों सुहावे राखे हिवडे री ओट।आरे मुन्ना लाडला, दादाजी करे कोड।दादीजी ने घनों सुहावे राखे हिवडे री ओट।
मुन्ना की जनम की खबर सुनाई, दादीजी देखो दौड़ी दौड़ी आई। छत पे थाल बजायें घनों मचाये शोर। बड़िया जी ने घनों सुहावे राखे हिवडे री ओट।आरे मुन्ना लाडला, दादाजी करे कोड।दादीजी ने घनों सुहावे राखे हिवडे री ओट।
आरे मुल्ला आजया तुझे मे पलना झुलाऊ, लोरी सुनाकर निंदिया बुलाऊ। भूवा देव लोरी, करो ना कोई शोर। काका जी ने घणो सुहाव राखे हिवडे री ओट।आरे मुन्ना लाडला, दादाजी करे कोड।दादीजी ने घनों सुहावे राखे हिवडे री ओट।
भूवा जी मुन्ना तेरा साखिया पूरावे, काकी बडीया हरख मनावे।भूवा मांगे नेग आपरो देवा महे दिल खोल।पापा जी ने घणो सुहाव राखे हिवरी ओट।आरे मुन्ना लाडला, दादाजी करे कोड।दादीजी ने घनों सुहावे राखे हिवडे री ओट।