म्हारा छैल भंवर चितचोर, मारे मनडे रा मोर। जेपरियों दिखा दे मने एक बार ओर।
नखराली गणगौर म्हारी प्यारी गणगौर, अच्छी तरह से नाच जैयाँ नाचे बन को मोर।
जयपुर के बाजारा बीच में भीड़ भाड़ है भारी। भीड़ भाड़ में जो खो जावे या म्हारी घरआली।तने ढूंढूला किन और,तने ढूंढूला किन और,चाल पटेलन आपा चाला देशडला की और।
म्हारा छैल भंवर चितचोर, मारे मनडे रा मोर। जेपरियों दिखा दे मने एक बार ओर।
दिल्ली देखी आगरो देखयो कलकतो जोधानों।भंवर जी,दिल्ली देखी आगरो देखयो कलकतो जोधानों।हवा महल आमेर देखस्यूं मने है जयपुर जानो।
म्हारा छैल भंवर चितचोर, मारे मनडे रा मोर। जेपरियों दिखा दे मने एक बार ओर।नखराली गणगौर म्हारी प्यारी गणगौर, अच्छी तरह से नाच जैयाँ नाचे बन को मोर।
आपा राजस्थानी आपनो जयपुरयो रजधानी।मत उन्मूनि होवे म्हारी हिवडे की महारानी। थोडो घुंघटियो तो खोल, थोड़ी हस्ती हस्ती बोल। जयपुरियो दिखासु थाने मीठी मीठी बोल।
म्हारा छैल भंवर चितचोर, मारे मनडे रा मोर। जेपरियों दिखा दे मने एक बार ओर।
नखराली गणगौर म्हारी प्यारी गणगौर, अच्छी तरह से नाच जैयाँ नाचे बन को मोर।