ऊँचा धोरा ए म्हारा हरीया जंवारा लुलीया जंवारा। हरण चर दोय मिरगला मिरगा घेरो ओ, ब्रह्मदास जीरो इशरदास जी,थारी बाड़ी मं मिरगा जो चर ।
म्हें क्यू घेरा ए म्हारी, नार सांवलड़ी नार पातलड़ी। म्हांरी बाई सुदरा सासर, म्हारी बाई रोवां, नाने। धोला बलधा, ओ सायक बैल जुडास्या, काच मदास्यां । ल्यावां बाई गवरां री तीजणी ।
ऊँचा धोरा ए म्हारा हरीया जंवारा लुलीया जंवारा। हीरण चर दोय मिरगला – मिरगा घोरो ओ….
नोट: (सभी घर वालों का नाम लेव)