अरे पड़ोसन खिड़की वाली जीव से प्यारी है। पड़ोसन अभी कुंवारी है।पड़ोसन अभी कुंवारी है।
आख्या ऊपर चश्मो चमके, लंबा बाल कमर तक लटके। चांद सा मुखड़ा दिल का टुकड़ा सबसे प्यारी है।पड़ोसन अभी कुंवारी है।पड़ोसन अभी कुंवारी है।
मांथे ऊपर प्यारी बिंदिया, नजर मिला कर ले गई निंदिया। आंख में काजल पैर में पायल, तन पर साड़ी है।पड़ोसन अभी कुंवारी है।पड़ोसन अभी कुंवारी है।
जान जिगर की दे दूं बाजी, एक बार हो जा बस तू राजी।धक धक करती धड़कन है तूं जान हमारी है।पड़ोसन अभी कुंवारी है।पड़ोसन अभी कुंवारी है।