म्हारी बहु ये महलांस उतरी, बहु कर सोलह सिनगार, आज म्हारी अमली फल लीजो।
म्हारी सासुजी बुझ ए बहु, थार गहणां को अरथ बताए, आज म्हारी अमली फल लीजो। सासु गहणां जी गहणां के करो, सासु गहणां म्हारा देवर जेठ,आज म्हारी अमली फल लीजो।सासु गहणां भोली बाइजीरो बीर आज म्हारी अमली फल लीजो।
म्हारो सुसरो गढांरो राजाजी, सासु जी म्हारा अरथ भंडार,आज म्हारी अमली फल लीजो।
महारा जेठ बाजूबन्द बाकड़ा, जीठानी म्हारी बाजूबन्द री लूम,आज म्हारी असली फल लीजो।
म्हारो देवर चुड़लो दांत को, घोराणी म्हारी चूड़लांरी टीप,आज म्हारी अमली फल लीजो ।
म्हारी नणद कसुमल कांचवो, नणदोई गज मोतीडा रो हार,आज हारी अमली फल लीजो।
म्हारा कंवरज मोती बांटला, कुल बहु म्हार मोत्यां बीचली लाल,आज हारी अमली फल लजो ।
म्हारी धीयड़ चोली पान की, जंबाई म्हरो चपल्यांरो फूल,आज म्हारी अमली फल लीजो। म्हारो सायब सिर को सेवरो, सायेवानी म्हार सेजां सिणगार,आज म्हारी अमली फल लीजो।
इतनाजी गहना मोकला, केसरीयो म्हारो तीलक लीलाड़,आज म्हारी अमली फल लीजो।
महे तो वारां जी बहु ए थारी जीभने, लडायो म्हारो सो परवार,आज म्हारी अमली फल लीजो
महे तो वारांजी सासुजी थारी कूखने, थे तो जाया जाया अर्जुन भीम, थे तो जाया भोली वाइजीरा बीर,आज म्हारी अमली फूल लीजो।
म्हे तो वार्याजी वाईजी थारी गोदने, खीलाया कमघजिया सा बीर,आज म्हारी अमली फल लीजो।म्हार आंगन करवा झांकीया, घर आया साजी सा रा पूत,आज म्हारी अमली फल लीजो।