आम्मू जी पाक्या नीम्बू वो फल लाग्या,ढोलो मारुणी दोनू बातां वी लाग्या । वारं पिहरियम प्यारो कूण सखीरी, नीम्बू वो फल लाग्या ॥
एक पीयारा म्हारा बापू जी लागया, दूजी म्हारी रातादेइ माय सखीरी नीम्बू बो फल लागया।
एक पीवारो म्हारा बीरोजी लागया, दूजी म्हारी राय सी भोजाई ,सखीरी, नीम्बू वो फल लाग्या।
इनर वातांस मरवण खारा भी लागो, देस्यां थांने पिहरिये खिनाय सखीरी नीम्बू वो फल लागया। आमू जी पाक्या नीवू वो फल लाग्या,
ढोली मारुणी दोनू वातां भी लागया।
थारै सासरियम प्यारो कुण सखीरी, नीम्बू वो फल लागया।
एक पीयारा म्हारा सुसरोजी लागे, दूजी म्हारी सास सपूती ,सखीरी, नीम्बू वो फल लाग्या ॥
एक पीयारा म्हारा जेठ जी लाग, दूजी म्हारी लाल जिठानी,सखीरी, नीम्बू वो फल लाग्या ॥
एक पीयारो म्हारो देवर लागे, दूजी म्हारी छोटीसी द्योरानी सखीरी नीम्बू वो फल लाग्या।
एक पीयारो म्हारो कंवरज लागै, पगां ए पड़न्ती कुल बहन सखीरी नीम्बू वो फल लागया।
एक पीयारी म्हारी धीयड़ लागै, दूजो म्हारो लाड़ जंवाई,सखीरी नीम्बू वो फल लाग्या