गवरल आई रे सगला रे मन में खुशियां छाई रे,गवरल आई रे।
हिमाजल जी री कवर लाडली ब्रह्मादास जी रे घर ब्याही रे। अरे कानीराम थारो देवर कहिए परिमल भाई रे, गवरल आई रे।गवरल आई रे सगला रे मन में खुशियां छाई रे,गवरल आई रे।
बिकानों जोधाणा हो तो कलकतो मुंबई रे। सगला गांव नगर में थे तो धूम मचाई रे, गवरल आई रे।गवरल आई रे सगला रे मन में खुशियां छाई रे,गवरल आई रे।
छोर्यां रे तो मौज लगी है पैसो लगे ना पाई रे। घर-घर में बंदोरा जीमें दूध मलाई रे,गवरल आई रे।गवरल आई रे सगला रे मन में खुशियां छाई रे,गवरल आई रे।
ईश्वर और गबरारी जोड़ी म्हाने खूब सुहाई रे। घर घर में आनंद भयो है बटे बधाई रे, गवरल आई रे।गवरल आई रे सगला रे मन में खुशियां छाई रे,गवरल आई रे।