रंगा री होली आई रे,चंगा री होली आई। रंगोली साग ल्यायी रे हठीली होली आई। आयो आयो रंगीलो त्योहार, रमसयां फागण में। लूर लेस्यां फागण में।
मारे हिवडे में रह गई रे कटार मोरिया आछो बोल्यो रे ढलती रात में।
देवरियो म्हारो घणो है अचपलो। बड़ों होयो पर गयो ना बचपनो।गयो ना बचपनो जी गयो ना बचपनो। पिचकारी ले पड़ गयो म्हारे लार, आछो घनों भाजन में।फुर्तिलो घनों भाजन में।आयो आयो रंगीलो त्योहार, रमसयां फागण में। लूर लेस्यां फागण में।
ए माई मेरी गई गई समद तला।ए माई मेरी गई गई समद तला।
ननंदल बाईसा रा नखरा है न्यारा। हेरू भी म्हारा फुलडा रा भारा। मने लागे जी प्यारा। घणी घणी कर्स्यां जी मनुहार साग लेस्यां नाचन में।साग लेस्यां गावन में।आयो आयो रंगीलो त्योहार, रमसयां फागण में। लूर लेस्यां फागण में।
ढोला ढोल मंजीरा बाजे रे काली छीट को घागरो निजारा मारे रे।
गोखे ऊबा साहेब मुल्के।देख देख म्हारो हिवडो हुलसे। मधछतिया है रंगीला भरतार नाचे घणा फागण में। प्यारा लागे फागण में। आयो आयो रंगीलो त्योहार, रमसयां फागण में। लूर लेस्यां फागण में।