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Holi geet

Ud ud re mhara kala re kagla kad mhara piwaji ghar aawe,उड़ उड़ रे म्हारा काळा र कागलाकद माहरा पीव् जी घर आवे,holi geet

उड़ उड़ रे म्हारा काळा र कागला
कद माहरा पीव् जी घर आवे

उड़ उड़ रे,उड़ उड़ रे,उड़ उड़ रे
म्हारा, काळा रे कागला
कद म्हारा पीव् जी घर आवे
कद म्हारा पीव् जी घर आवे, आवे र आवे
कद म्हारा पिव् जी घर आवे।




खीर खांड रा जीमण जीमाऊँ
सोना री चौंच मंढाऊ कागा,
जद म्हारा पिव् जी घर आवे, आवे रे आवे
उड़ उड़ रे उड़ उड़ रे
म्हारा काळा र कागला
कद माहरा पीव् जी घर आवे।



पगला में थारे बांधू रे घुघरा
गला में हार कराऊँ कागा,
जद महारा पिव् जी घर आवे।उड़ उड़ रे
महारा काळा रे कागला
कद महारा पिव् जी घर आवे
उड़ उड़ र महारा काला र कागला
कद महरा पिव् जी घर आवे।



जो तू उड़ने सुगन बतावे,
जनम जनम गुण गाऊँ कागा
जद मारा पिव् जी घर आवे।

उड़ उड़ रे
म्हारा, काळा रे कागला
कद म्हारा पीव् जी घर आवे
कद म्हारा पीव् जी घर आवे, आवे र आवे
कद म्हारा पिव् जी घर आवे।

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