हर फागुन पैदल आऊं श्याम तेरे दर पे। इब के तूं लीले चढ़ आजा मेरे घर पे।
चांद और तारों से बाबा तुझको सजाऊंगा। मन के भावो से तेरा लाड लडाऊंगा। तुझको पुकारू बाबा आहें भर भर के।इब के तूं लीले चढ़ आजा मेरे घर पे।
हर फागुन पैदल आऊं श्याम तेरे दर पे। इब के तूं लीले चढ़ आजा मेरे घर पे।
लड्डू और चूरमे का भोग लगाऊंगा। अपने हाथों से तुझे प्रेम से जिमांऊंगा। अपना बना ले मुझे अवगुणों को हर के। इब के तूं लीले चढ़ आजा मेरे घर पे।
हर फागुन पैदल आऊं श्याम तेरे दर पे। इब के तूं लीले चढ़ आजा मेरे घर पे।
भक्तों के संग मिलकर तेरा कीर्तन करवाऊंगा। मीठे मीठे भजनों से तुझको रिझाऊंगा। मुझ पर तो कृपा कर दे सर पे हाथ धर के। इब के तूं लीले चढ़ आजा मेरे घर पे।
हर फागुन पैदल आऊं श्याम तेरे दर पे। इब के तूं लीले चढ़ आजा मेरे घर पे।