ओ श्याम खाटू वाले, इतनी सी मेहर कर दे, मेरे श्याम खाटू वाले, थोड़ी सी मेहर कर दे, बस इतनी मेहर कर दे, झोली तू मेरी भर दे, झोली तू मेरी भर दे।
तू श्याम खाटू वाला, तू अहलवती का लाला, और शीश के हो दानी, मेरे श्याम हो वरदानी, मैं और ना कुछ मांगू, भक्ति का मुझे वर दे, भक्ति का मुझे वर दे, झोली तू मेरी भर दे, झोली तू मेरी भर दे ।
गज ने तुझे पुकारा, तो नंगे पैरों आए, द्रोपदी की लाज बचाई, तुम चिर थे बढ़ाए, बस इक नज़र जरा सी, मेरे श्याम इधर कर दे, मेरे श्याम इधर कर दे, झोली तू मेरी भर दे, झोली तू मेरी भर दे।
अजमिल को कही तारा, गणिका को है उबारा, भक्तो का मान रखते, जब भी तुझे पुकारा, ‘लख्खा’ तुझे मनाए, मेरे सर पे हाथ धर दे, मेरे सर पे हाथ धर दे, झोली तू मेरी भर दे, झोली तू मेरी भर दे।
ओ श्याम खाटू वाले, इतनी सी मेहर कर दे, मेरे श्याम खाटू वाले, थोड़ी सी मेहर कर दे, बस इतनी मेहर कर दे, झोली तू मेरी भर दे, झोली तू मेरी भर दे।