हम सब मिलके आए दाता तेरे दरबार। भरते झोली हम सबकी तेरे पूर्ण भंडार।
होवे जब संध्या काल निर्मल होके तत्काल, अपना मस्तक झुकाते करते तेरा ख्याल, तेरे दरपे आके बैठे पूरा परिवार ।भरदे झोली हम सबकी तेरे पूर्ण भंडार।
चाहे दिन हो विपरीत होवे तुमसे ही प्रीत, पूरी श्रद्धा से गावे तेरी भक्ति के गीत। होवे तेरे चरणो मे हम सबका ही प्यार ।भरदे झोली दाता तेरे पूर्ण भंडार।
लेके दिल मे फरियाद तुझको करते है याद। जब हो संकट की घडिया मांगे तुमसे इमदाद। सबसे ऊंचा जग मे दाता तेरा आधार। भरदे झोली हम सब की तेरे पूर्ण भंडार।
तू है दुनिया का वाली करता सबकी रखवाली । हम है रंग रंग के पौधे तू है हम सबका माली। एक बगीचा ये तेरा दाता सुंदर संसार ।भरदे झोली हम सब की तेरे पूर्ण भंडार।