सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है।कान्हो रंग लगावे है, रे कानहो फाग खिलावे है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है
सखियां बिछड़ गई है सारी म्हाने जाने अकेली नारी। लज्जा कुन राखेगो म्हारी इनसे सब घबराए है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है
ग्वाला बाला संग गिरधारी मारे भर भर के पिचकारी। रंग में रंग दे चुनरी मारी गाल गुलाल लगावे है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है
घर जाता ही सासु लड़सी सारा लता धोना पड़सी। ई कान्हा को कई बिगड़े म्हाने रोज लडावे है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है
सखियां देख रही सब हाल मोहन कर रहयो छैल कमाल। सबने कर देवें निहाल बिगड़ी बात बनावे है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है।सुन ले सुन ले ए नंदरानी कान्हो रंग लगावे है।