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श्याम भजन लिरिक्स krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Shyam naiya bhi hai shyam majhi bhi hai,श्याम नैया भी हैश्याम माँझी भी है,krishna bhajan

श्याम नैया भी है,
श्याम माँझी भी है,

श्याम नैया भी है,
श्याम माँझी भी है,
वो दयालु भी है,
और मिजाजी भी है।
श्याम नैया भी है,
श्याम माँझी भी है,
वो दयालु भी है,
और मिजाजी भी है।



श्याम पालक भी है,
श्याम तारण भी है,
श्याम कारण भी है,
और निवारण भी है,
श्याम पग पग पे है,
श्याम कण कण में है,
श्याम है प्रेम में,
और समर्पण में है,
श्याम हारे हुए की,
कहानी में है,
श्याम हर आँख से,
बहते पानी में है।



श्याम है गीत भी,
श्याम है राग भी,
श्याम शीतल भी है,
श्याम है आग भी,
श्याम है मौन भी,
श्याम है शोर भी,
श्याम दातार है,
श्याम चित्त चोर भी,
श्याम महफ़िल में है,
श्याम तन्हाई में,
श्याम अर्जी में है,
श्याम सुनवाई में,
श्याम ममता भी है,
श्याम फटकार भी,
श्याम ही दर्द है,
श्याम उपचार भी।



श्याम कार्तिक के रौशन,
उजालों में है,
श्याम फागण की उड़ती,
गुलालों में है,
श्याम भक्तों के उलझे,
सवालों में है,
श्याम प्रेमी के पैरों के,
छालों में है,
श्याम दरबार के,
हर सवाली में है,
श्याम भजनों में है,
श्याम ताली में है,
श्याम रजनी की हर,
मुस्कराहट में है,
श्याम सोनू की हर,
एक लिखावट में है।



श्याम नैया भी है,
श्याम माँझी भी है,
वो दयालु भी है,
और मिजाजी भी है।

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