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श्याम भजन लिरिक्स

Aasuo se pighalta mera shyam hai,आँसुओं से पिघलता मेरा श्याम है,shyam bhajan

आँसुओं से पिघलता मेरा श्याम है,




देख सकता है श्याम कुछ भी होते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए।



द्रोपदी ने जो रो रो बुलाया इसे, बनके साड़ी का पल्ला बचाया उसे, बनके साड़ी का पल्ला बचाया उसे, लाज जाएगी ना इसके होते हुए, ही ये नही देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, देख सकता है श्याम कुछ भी होते हुएँ, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए।



नानी नरसी जो आँसू बहाने लगे, रोते रोते वो तुझको बुलाने लगे, रोते रोते वो तुझको बुलानें लगे, देखा सबने मायरा इसको भरते हुए, नही ये नही देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, देख़ सकता है श्याम कुछ भी होते हुएँ, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए।



रो पड़ा जब सुदामा तेरे द्वार पे, सब कुछ लुटा डाला उस यार पे, तूने सबकुछ लूटा डाला उस यार पे, देखा सबने रंक को राजा होते हुए, नही ये नही देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, देख सकता है श्याम कुछ भी होते हुएँ, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए।



आँसुओं से पिघलता मेरा श्याम है, जो पुकारा है रो रो किया काम है, जो पुकारा है से से किया काम है, श्याम को डर नही इनके होते हुए, नहीं ये नहीं देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, देख सकता है श्याम कुछ भी होते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए, नहीं ये नही देख सकता हमें रोते हुए

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