मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।
शिव शंकर डमरू वाले की, उस गौरा के मतवाले की।मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।
एक तो मेरा मन चाहे कि मैं गंगा बनू जाऊँ, जटा में रम जाऊँ, शिवशंकर उनक वाले की।मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।
एकतो मेरा मन चाहे कि मैं चन्दा बन आऊँ। माथे पे सज जाऊ, शिव शंकर डमरू वाले की। मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।
एक तो मेरा मन चाहे कि, मैं नागिन बन जाऊँ। मेंचरणों में पड़ जाऊँ, शिव शंकर डमरू वाले की। मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।
एक तो मेरा मन चाहे के मैं डमरू बन जाऊ। हाथों में पड़ जाऊँ, शिवशंकर डमरू वाले की। मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।
एक तो मेरा मन चाहे कि मैं भस्म बन जाऊँ। मैं तन से रम जाऊँ, शिव शंकर डमरू वाले की। मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।
एक तो मेरा मन चाहे कि मैं भंगिया बन जाऊँ। प्याले में भर जाऊँ, शिव शंकर उमरू वाले की।मैं दासी बन जाऊँ शिवशंकर डमरू वाले की।