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विविध भजन

Guruji mhara panchi najar nahi aaya,गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।

गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।

गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया। गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।

नदिया नदिया मैं फिरी कोई नीर नजर नहीं आया। मेरे गुरु जी की ऐसी मर्जी कूद कूद मैं नहाया।गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।

जी मंदिर मंदिर में फिरी भगवान नजर नहीं आया। मेरे गुरु जी की ऐसी मर्जी घर में दर्शन पाया। गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।

जी गलियां गलियां मैं फिरी कोई पेड़ नजर नहीं आया। मेरे गुरु जी की ऐसी मर्जी तोड़ तोड़ फल खाया। गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।

जी नगर नगर में मैं फिरी बैकुंठ नजर नहीं आया। मेरे गुरु जी की ऐसी मर्जी घर बैकुंठा पाया। गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।

गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।गुरु जी म्हारा पंछी नजर नहीं आया।

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