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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Mera moj kare pariwar Jhunjhnu wali ki kirpa se,मेरा मौज करे परिवार झुंझनवाली की कृपा से,dadi bhajan

मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से,

मेरे कामकाज था छोटा सा, हरदम रहता टोटा था। मैंने थाम लिया इसका पल्ला। इब भरया रहवे मेरा गल्ला,
मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से,
मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से,
दादी की कृपा से,
मेरी मैया की कृपा से,
मेरे घर में मौज बहार,
झुंझनवाली की कृपा से।



या दुर्गा मात भवानी से,
या जगदम्बा महारानी से,
जो सेठ जगत का सांवरिया,
मेरी दादी जगत सेठानी से,
मेरा भरया रहवे भंडार,
झुंझनवाली की कृपा से,
दादी की कृपा से,
मेरी मैया की कृपा से,
मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से।



जो इसकी शरण में आवे से,
दादी से प्रेम बढ़ावे से,
या हाथ धरे उसके सर पर,
हर बिगड़ा काम बनावे से,
हो जावे बेड़ा पार,
झुंझनवाली की कृपा से,
दादी की कृपा से,
मेरी मैया की कृपा से,
मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से।



और कहीं ना जाना से,
मेरा तो एक ठिकाना से,
सोनू इब तो जीवन सारा,
मां के चरणां में बिताना से,
मेरा सुखी हुआ परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से,
दादी की कृपा से,
मेरी मैया की कृपा से,
मेरे घर में मौज बहार,
झुंझनवाली की कृपा से।



मेरा काम काज था छोटा सा,
मेरे हरदम रहता टोटा था,
मैंने थाम लिया इसका पल्ला,
इब भरया रहवे मेरा गल्ला,
मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से,
मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से,
दादी की कृपा से,
मेरी मैया की कृपा से,
मेरे घर में मौज बहार,
झुंझनवाली की कृपा से,
मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से।

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