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विविध भजन

Mhari paach ungaliya hare re naam ri re,म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे

म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे

म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे। नाम री रे घनश्याम री रे।म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे

चिटकोड़ी तो कहवे मैं तो पर्वत उठाऊं। पर्वत उठाऊं हरी रो नाम रो रे।म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे।म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे

अरे दुजोड़ी तो कहव में तो तिलक लगाऊं। तिलक लगाऊं हरी रो नाम रो रे। म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे।म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे

तिजोडी तो कहवे मैं तो माला जी फेरों। माला तो फेरू हरी रे नाम री रे। म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे।म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे

अरे चौथोड़ी तो कहवे मैं तो मारागियो बताऊं।मारागियो बताऊं हरि रे नाम रो रे। म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे।म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे

अंगूठा तो कहवे मैं तो चरणों में रहूं चरणों में रहूं हरी रो नाम रो रे। म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे।म्हारी पांच आंगलिया हरि रे नाम री रे

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