आता देखया यार सुदामा झट छाती से लाया। हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।
एक साथ खेला करते हम गुरुकुल में मेरे भाई। इतनी विपदा क्यों झेली के याद मेरी ना आई। द्वारका नगरी चाल्या आता क्यों इतना दुख पाया।हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।
आता देखया यार सुदामा झट छाती से लाया। हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।
बिठा दिया सिंहासन ऊपर पायाने देखन लागया। मोटे मोटे छाले पड़ रहे पाट कालजा हाल्या। मेरे होते दुख पा गया तने यो के हाल बनाया।हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।
आता देखया यार सुदामा झट छाती से लाया। हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।
पिछले जन्म की आगी याद यो केवट गंगा वाला। पा धोके ने नाव चढ़ाया करया उस राही का टाला।अपने आसू ते पैरा ने धोऊं जद जागा यो कर्जा तारा।हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।
आता देखया यार सुदामा झट छाती से लाया। हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।
चरणों को गोदी में धरकर यो किरसन रोवन लागया। मसल मसल के पेर यार के आंसू से धोवन लागया। मांगेराम फिर आनंद छा गया बिखेरी हरि ने माया। हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।
आता देखया यार सुदामा झट छाती से लाया। हाल देखकर श्री कृष्ण की आंख में पानी आया।