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श्याम भजन लिरिक्स

Me hu balam padhi likhi tere Ghar ko swarg bana dungi,मैं हूं बालम पढ़ी-लिखी तेरे घर को स्वर्ग बना दूंगी

मैं हूं बालम पढ़ी-लिखी तेरे घर को स्वर्ग बना दूंगी

तर्ज, मैं हूं छोरी मालन की

मैं हूं बालम पढ़ी-लिखी तेरे घर को स्वर्ग बना दूंगी।घर को स्वर्ग बना दूंगी तेरे घर को स्वर्ग बना दूंगी।मैं हूं बालम पढ़ी-लिखी तेरे घर को स्वर्ग बना दूंगी।

ससुरा मेरे पापा जैसे सास को मम्मी बना लूंगी। सास ससुर की सेवा करके दिल में जगह बना लूंगी। मैं हूं बालम पढ़ी-लिखी तेरे घर को स्वर्ग बना दूंगी।

जेठा मेरे भैया जैसे जिठनी को भाभी बना लूंगी। आधा काम करूंगी घर का उनका हाथ बटा दूंगीमैं हूं बालम पढ़ी-लिखी तेरे घर को स्वर्ग बना दूंगी।

देवर मेरे भैया जैसे ननदी को बहन बना लूंगी। अपनी मीठी बातों से मैं उनको फ्रेंड बना लूंगी। मैं हूं बालम पढ़ी-लिखी तेरे घर को स्वर्ग बना दूंगी।

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