तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।मैंने पहले चाहिए भोग रे, तेरा जब काटूंगी रोग रे।तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।
मरघट से खाकर चालू हूं, पहला खप्पर भरवालू हूं। जिभा पर खून रचालयूं जब करती चालू भोग रे।तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।
जो जैसी भेंट चढ़ावे वह वैसा काम करवावे। मने मदिरा जीव दिखावे ये स्याने भोले लोग रे।तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।
तूं ईशा मस्ती में रुलया मेरा पान और पेड़ा भुलया। तूं हांडे फूल्या फुल्या मेरा कीत से काला टोक रे।तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।
तेरी जली जोत पर आई और के चावे अन्यायि। मेरी भेंट तलक ना लाई तेरे सारे मेटे शोक रें।तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।
तेरी कहे तो गर्दन तोडु, ना कहे रास्ता मोडू। अशोक भगत ना छोडू के मने रिझाबे योग रे। तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।
तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।मैंने पहले चाहिए भोग रे, तेरा जब काटूंगी रोग रे।तेरा जब संकट कटूंगी मने पहले चाहिए भोग रे।