दरबार तेरा सबसे ऊंचा दुनिया में शान निराली है। तेरी आस लिए दर से जाता ना कोई सवाली है।
सुनती हो सबकी पुकार भवानी, अपने भक्तों की पालनहार भवानी। दरबारों में बड़ा दरबार भवानी।सुनती हो सबकी पुकार भवानी।
भवनों में तेरा भवन सुहाना। दर्शन को संसार भवानी। सुनती हो सबकी पुकार भवानी।सुनती हो सबकी पुकार भवानी
लाल है चूड़ी लाल चुनरिया। गले लाल फूलों का सोहे हार भवानी।सुनती हो सबकी पुकार भवानी।सुनती हो सबकी पुकार भवानी
हो जाती हर मन्नत पूरी। मैंने देखा ना ऐसा द्वार भवानी। सुनती हो सबकी पुकार भवानी।सुनती हो सबकी पुकार भवानी।होती दुनिया में जय जयकार भवानी।
रघुवंशी बृजराज शरण में। कर दीजो बेड़ा पार भवानी। होती है जय जयकार भवानी। सुनती हो सबकी पुकार भवानी।सुनती हो सबकी पुकार भवानी