हुआ जन्म अष्टमी रात, हो रात
छठी आज मनाई कान्हा की,
कान्हा की मेरे कान्हा की ।
घर घर लड्डू बाँट रहें हैं ,अपने लाल के होने पर,
खुशी का आज नहीं है ठिकाना, छठी लाल की होने पर,
बाबा नंद बधाई आज , हो आज,
छठी….
शंकर जी भी देखने आऐ, विष्णु के अवतार को,
लाल यशोदा लेकर आंई, शंकर के दातार को,
गोदी में उठा लिया लाल, हो लाल,
छठी….
उत्सव का माहौल है छाया, नंद गाँव के हर घर में,
लाल यशोदा ने है पाया, नंद के घर के आंगन में,
मेला सा लगा है आज, हो आज,
छठी….