हो के बुझेगा मन की बाबा, मेरा रूस गया भगवान, बालाजी मन्ने रस्ता दे दे, हो बाबा मन्नै रस्ता दे दे, तेरा गुण भुलुं ना श्यान ।।
इन भुतां ने हो मेरे बाबा, मेरी करदी रे रे माटी, बाबा हो मेरा को नहीं स, मेरी दुख मे पाटः छाती, को नहीं स मेरा हिमाती, इब तँ ही बचाले जान, हो बाबा मन्नै रस्ता दे दे, तेरा गुण भुलुं ना श्यान ।।
को नहीं मेरा भाई चारा, मैं आण पड़या सुंदर प, बाबा हो मेरी धीर बंधादे, मेरः हाथ टेकदे सिर प आण पड़या सुँ तेरे दर प यो नफरत कर जहान, हो बाबा मन्नै रस्ता दे दे, तेरा गुण भुलुं ना श्यान।।
तेरे मंदिर की महिमा न्यारी, मैं सुणक आया, बाबा हो मन्नै गले लगाले, मैं दुनिया ने ठुकराया, ने हो अंजनी माँ का लाल बताया, तँ राम भक्त हनुमान, हो बाबा मन्ने रस्ता दे दे, तेरा गुण भुलुं ना श्यान ।।
तेरे भवन में हो मेरे बाबा, ये सभी देवता आ रे, प्रेतराज और भैरव बाबा, भुतां ने हुक्म सुना रे, गुरू मुरारी समचाणे में, तेरी जोत जगै सुबह शाम, हो बाबा मन्ने रस्ता दे दे, तेरा गुण भुलुं ना श्यान ।।
हो के बुझेगा मन की बाबा, मेरा रूस गया भगवान, बालाजी मन्ने रस्ता दे दे, हो बाबा मन्नै रस्ता दे दे, तेरा गुण भुलुं ना श्यान ।।