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श्याम भजन लिरिक्स

Pakad mera hath sawariya,पकड़ मेरा हाथ सांवरिया,shyam bhajan

पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।

एक दिन मैंने सांवरिए से कह दी मन की बात।हारे का गर साथी है तो दे दे मेरा साथ। पकड़ मेरा हाथ सांवरिया। पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।

जब जब तुमको कोई पुकारे दौड़ के तुम आ जाते हो। जब जब आती मेरी बारी बैठे ही रह जाते हो। ध्यान नहीं क्यों तेरा मुझ पर क्या है ऐसी बात।।हारे का गर साथी है तो दे दे मेरा साथ। पकड़ मेरा हाथ सांवरिया। पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।

करके भरोसा तुझ पर बाबा सब रिश्तो को तोड़ दिया। ऐसी क्या लाचारी तेरी तूने भी मुझे छोड़ दिया। जल बिन मछली तड़पे जैसे तड़पू में दिन-रात।।हारे का गर साथी है तो दे दे मेरा साथ। पकड़ मेरा हाथ सांवरिया। पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।

सीख नहीं पाया हूं अब तक कैसे दर्द छुपाते हैं। लफ्जों से चुप रहता हूं आंखों से बयां हो जाते हैं। सोनू दीवाने की सांवरिया समझ ले दिल की बात।।हारे का गर साथी है तो दे दे मेरा साथ। पकड़ मेरा हाथ सांवरिया। पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।पकड़ मेरा हाथ सांवरिया।

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